Quote Quote - एक जिंदगी - मेरी कविता 17 Nov 2021 pragya nathany एक जिंदगी खोल दो पंख मेरे , अभी मेरी उड़ान बाकी है। जमीन से अभी तो उगे है , अभी तो आसमान देखना बाकी है। लहरों की ख़ामोशी को , समंदर की उन हवाओं को समझना बाकी है। जितनी अन्दर गहराई है , उतना बाहर तूफ़ान बाकी है। अभी तो चलना शुरू किया है , रास्तें नापना बाकी है। लोग जो पा न सके , वो मंजर पाना बाकी है। लोग जो बात कह ना सके , वो बात दुनिया से कहना बाकी है। अभी तो जीना शुरू किया है , अभी तो पूरी जिंदगी बाकी है। Pragya Nathany